Congress Party: कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ के नया रायपुर में चल रहे महाधिवेशन के दूसरे दिन क्षेत्रीय दलों को स्पष्ट संदेश देने की कोशिश करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला करने के लिए धर्मनिरपेक्ष दलों को एकजुट होने की जरूरत है। कांग्रेस ने दो टूक यह भी कहा कि तीसरे मोर्चे की कवायद से बीजेपी और NDA को ही फायदा होगा।
कांग्रेस ने यह संदेश ऐसे वक्त देने की कोशिश की है जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कांग्रेस से गठबंधन को लेकर जल्द निर्णय करने की अपील कर चुके हैं तथा कुछ क्षेत्रीय दलों द्वारा कांग्रेस के अतिरिक्त अन्य दलों को लेकर तीसरा मोर्चा बनाने की कवायद की खबरें आ रही हैं।
कांग्रेस ने अपने इस प्रस्ताव में कहा, “धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी ताकतों की एकता कांग्रेस पार्टी के भविष्य की पहचान होगी। कांग्रेस को समान विचारधारा वाली धर्मनिरपेक्ष ताकतों की पहचान करने, उन्हें लामबंद करने, एकसाथ लाने के लिए पूरी ताकत झोंक देनी चाहिए।”
उसने कहा, “हमें धर्मनिरपेक्ष क्षेत्रीय ताकतों को साथ लेना चाहिए जो हमारी विचारधारा से सहमत हों। समान विचारधारा के आधार पर राजग का मुकाबला करने के लिए एकजुट विपक्ष की जरूरत है। किसी भी तीसरी ताकत के बनने से भाजपा और राजग को फायदा होगा।”
कांग्रेस पार्टी के राजनीतिक मामले के उप समूह के प्रमुख वीरप्पा मोइली ने राजनीति संबंधी प्रस्ताव रखा जिसे महाधिवेशन में पारित किया गया। मोइली ने कहा, “हमने 2024 में कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार बनाने के लिए रूपरेखा दी है। हम सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को साथ लेने के लिए प्रयास करेंगे।”
कांग्रेस ने यह भी कहा है कि पद का दुरुपयोग करने वाले राज्यपालों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। पार्टी ने यह भी कहा, “वह जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने और लद्दाख को संविधान की छठी सूची के तहत लाने के लिए प्रयास करेगी।” कांग्रेस ने यह भी कहा कि वह आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। पार्टी ने कहा कि सरकार में आने पर वह नागरिकों को स्वास्थ्य का अधिकार देगी। कांग्रेस ने कहा कि वह ‘हेट क्राइम’ (घृणा अपराध) के खिलाफ कानून बनाने पर जोर देगी।
प्रस्ताव में आरोप लगाया गया है कि सरकार न्यायपालिका पर हमले कर रही है और कानून मंत्री खुद इस हमले की अगुवाई कर रहे हैं। कांग्रेस ने कहा कि ‘नागरिकों पर सरकार की निगरानी’ को रोकने के लिए ठोस डाटा सुरक्षा कानून बनाने की जरूरत है। इस प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि कांग्रेस को अपनी विचारधारा को लेकर बिल्कुल स्पष्ट होना चाहिए। राजनीति मामले के प्रस्ताव में कांग्रेस ने कहा कि उसकी सरकार आने पर बुजुर्ग नागरिकों के लिए ‘जीवन गौरव योजना’ लाई जाएगी।